निष्फल धूर्तों के प्रपंच करें साकार करें मंगल सपने। निष्फल धूर्तों के प्रपंच करें साकार करें मंगल सपने।
करें संकल्प सबका साथ, सबका विकास का करें संकल्प स्वयं को ज्योति बनाने का, करें संकल्प सबका साथ, सबका विकास का करें संकल्प स्वयं को ज्योति बनाने का,
I am deleting my poems. I am deleting my poems.
उनमें प्रशंसा चापलूसी और सत्ता सम्बन्ध होता है। उनमें प्रशंसा चापलूसी और सत्ता सम्बन्ध होता है।
कोई फिर से महाभारत युद्ध का शंखनाद गूंजेगा अपने पराक्रम को गणना से समझायेंगे कि देख लो हमारे मित... कोई फिर से महाभारत युद्ध का शंखनाद गूंजेगा अपने पराक्रम को गणना से समझायेंगे ...
लोकतंत्र के रक्षक बनते जनता के वे भक्षक बनते स्व हित के कारण नेतागण जनता के संरक्षक बनते ... लोकतंत्र के रक्षक बनते जनता के वे भक्षक बनते स्व हित के कारण नेतागण जनत...